विक्रम संवत 2082 में चार ग्रहण आकाश मंडल में दृश्य होगे l निम्नलिखित चारों ग्रहण कर रहे हैं :-
1. खग्रास चन्द्र ग्रहण 7/8 सितम्बर 2025 ई . 2. आंशिक सूर्य ग्रहण 21/22 सितम्बर 2025 ई . 3.कंकण सूर्य ग्रहण ( 17 फरवरी 2026 ई .)। 4. खग्रास चन्द्र ग्रहण ( मार्च 3, 2025 ई .)। खग्रास चन्द्र ग्रहण भारत वर्ष में दिखाई देंगे l दोनों सूर्य ग्रहण भारत वर्ष में दिखाई नहीं देगे l।
सितम्बर 7/8 , 2025 को खग्रास चन्द्र ग्रहण
खग्रास चन्द्र ग्रहण भाद्रपद मास में पूर्णिमा तिथि, रविवार, तदनुसार 7/8 सितम्बर 2025 ई . को भारत वर्ष में 7 सितम्बर 2025 ई . की रात्रि 9 बजकर 57 मिनट पर खग्रास चन्द्र ग्रहण शुरू होगा और सारे भारत वर्ष में चन्द्र उदय सायं काल 6 बजकर 57 मिनट पर हो चुका होगा l उसके बाद रात्रि 9 बजकर 57 मिनट खग्रास चन्द्र ग्रहण प्रारम्भ हो जाएगा और रात्रि में 1 बजकर 26 मिनट पर समाप्त होगा l भारत वर्ष के सभी शहरों और गांवों में यह ग्रहण दिखाई देगा l प्रारम्भ से मोक्ष रूप में दिखाई देगा l इस चन्द्र ग्रहण और चन्द्र बिम्ब पश्चिम -दक्षिण की ग्रसित होकर उत्तर -पूर्व की ओर से मुक्त होता हुआ दिखाई देगा l विश्व में किन किन स्थानों दिखाई देगा यह यूरोप, एशिया, आस्ट्रेलिया, अफ्रीका, पश्चिमी - उत्तर - पूर्वी अमेरिका में दिखाई देगा l पेसिफिक, अटलांटिक, अंटार्कटिका एवं हिन्द महासागर में खग्रास चन्द्र ग्रहण दिखाई देगा और भारत में चन्द्र ग्रहण दिखाई नहीं देगा l इसके साथ साथ ही यह चन्द्र ग्रहण म्यांमार, चीन, नाईजिरिया, थाईलैण्ड, इंडोनेशिया, जर्मनी, रसिया, उत्तरकोरिया, इटली , बंगलादेश, हंगरी, फिलीपींस, ग्रीस, सिंगापुर, रोमानिया, जापान, फ्रांस, स्पेन और भारत वर्ष में अधिकतर भागों में दिखाई देगा l भारत वर्ष के सभी शहरों/ गांवों में यह खग्रास चन्द्र ग्रहण दिखाई देगा l ब्राजील के पूर्वी क्षेत्रों में दिखाई देगा l
खग्रास चन्द्र ग्रहण के स्पर्शादि समय भारतीय मानक समय इस प्रकार हैं l
घंटा. मिनट सैंकड
ग्रहण स्पर्श: 21 - 57. - 09
खग्रास प्रारम्भ: 23. -00 -48
ग्रहण मध्य : 23. - 41 -47
खग्रास समाप्त : 01. -22. -51
चन्द्र ग्रहण समाप्त : 01- 26 -31
पर्व काल: 3 घण्टे 29 मिनट
परम ग्रास मान 1.362
खग्रास चन्द्र ग्रहण का सूतक काल 7 सितम्बर 2025 ई. को 12 बजकर 57 मिनट प्रारम्भ हो जाएगा l महा श्राद्ध में ग्रहण सूतक लगा रहेगा l सूतक काल में भोजन पकाने वर्जित माना जाता हैं l किसी घर परिवार में कोई श्राद्ध हो तो सूतक काल से पहले सब कार्य कर ले l दान करने के फलों को दान धर्म कर्म करने चाहिए l कुम्भ राशि में चन्द्रमा का गोचर करेंगे और चन्द्र पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में स्थित हैं l शनि देव राशि के स्वामी हैं और राहु और बृहस्पति का अधिपत्तित्व होता है l कुम्भ राशि के समय घटित हो रहा है और यह सब अधिक अशुभ और कष्ट प्रद रहेगा l
मेष राशि वालों को अच्छा रहेगा और लाभ प्राप्त होगा l वृष राशि वालों को सुख और समृद्धि आने वाली हैं l मिथुन राशि वालों को राहु और चंद्रमा की दृष्टि से अपमान होने की संभावना है और ध्यान रखना चाहिए l कर्क राशि वालों को समय ठीक नहीं हैं l कष्ट उठाना पड़ सकता हैं l भगवान श्री शिव जी प्रार्थना करे और दान धर्म और पूजा पाठ करें l सिंह राशि वालों को सावधानी बरतने आवश्यकता है l केतु और सूर्य आपकी राशि में गोचर कर रहे हैं और राहु और चंद्रमा की दृष्टि पड़ रही हैं l जीवनसाथी को कष्ट उठाना पड़ सकता हैं l कन्या राशि वालों को घर परिवार में सुख और शांति रहेगी l वाहन चलाते समय ध्यान रखें l तुला राशि वालों को समय उत्तम नहीं है और घर परिवार में चिन्ता बनी रहेगी और ईश्वर की आराधना करें l वृश्चिक राशि वालों को समय ठीक नहीं हैं और प्रभु श्रीराम जी पूजा पाठ करना चाहिए l भगवान श्री राम सब कष्टों को दूर कर देते हैं l धनु राशि वालों का समय उत्तम और शांति मिलेगी l धन लाभ होगा और खर्चों में वृद्धि होगी l मकर राशि वालों को व्यापार और वाणिज्य करते समय ध्यान रखें और हानि उठानी पड़ सकती हैं l कुम्भ राशि वालों के लिए समय अच्छा नहीं है l शनि देव की पूजा पाठ करें और दान करें l चोट लगने का भय बना रहे गा और वाहन चलाते समय ध्यान रखें l मीन राशि वालों पर शनि देव विराजमान हैं और कार्य क्षेत्र में सावधानी बरतने आवश्यकता है और व्यापार में लेन देन सोच विचार करें नहीं हानि उठानी पड़ सकती हैं l
राशियों के अनुसार ग्रहण के प्रभाव
काल पुरुष की कुंडली में बारह भाव होते हैं। यदि ग्रहण मेष, कर्क, तुला और मकर राशियों में हो, तो इसका प्रभाव शीघ्र ही समाप्त हो जाता है। जबकि ग्रहण स्थिर राशियों, जैसे वृषभ, सिंह, वृश्चिक या कुंभ, में घटित होता है, इसका दुष्प्रभाव लंबे समय तक रहता है। द्विस्वभाव राशियों, जैसे मिथुन, कन्या, धनु और मीन, में घटित होने वाले ग्रहण का दुष्प्रभाव रुक-रुक कर दिखाई देता है। चंद्र ग्रहण कुम्भ राशि में घटित होने वाला है l सूर्य सिंह राशि में स्थित हैं l यह दोनों स्थिर राशियां हैं l चंद्रमा के साथ राहु युति में हैं सिंह राशि में सूर्य, केतु और बुध स्थित है l समसप्तक योग बना रहे हैं l प्राकृतिक प्रकोप भूकम्प लैंडस्लाइड चट्टानों घटनाओं से घटनाओं घटती होने वाली हैं l पर्वतीय प्रदेश वासियों को बोझा ढाने वाले, चोर, अहीर, उत्तरी कश्मीर और दक्षिण रूस के साथ लगने वाले प्रदेश, प्रधान शासकों, सिंह, उत्तरी अफ्रीका के रहने वाले के अशुभ होता है l वैश्य, व्यापारी वर्ग, और शूद्र जाति के लोगों के अशुभ फल देने वाला है l रविवार को घटित होने वाला है l पूर्वाभद्रापदा नक्षत्र में ग्रहण घटती होने वाला है और हिंसक, पशुपालक, चोर, अधर्मी, नीच वृत्ति लोगों,, युद्ध जन्य प्रवृत्ति को कष्ट दर्शाता हैं l
मेष राशि:- मेष राशि वालों के लिए शुभ फलदायी रहेगा। सुख-सुविधाएँ प्राप्त होंगी। धन प्राप्ति के योग हैं। आपके ग्यारहवें भाव में चन्द्र ग्रहण लग रहा हैं l धन लाभ होगा और मित्रों और रिश्तेदारों से संबंध बिगड़ सकते हैं और नया मित्रों से बन संपर्क हो जाए l मानसिक तनाव होने की संभावना है l स्वास्थ्य अच्छा रहेगा l वृष राशि:- वृष राशि वालों के दशम भाव में चन्द्र ग्रहण घटती होने वाला है l कार्य क्षेत्र में उतार चढ़ावा दिखाई देता है l घर परिवार में सुख और शांति रहेगी l व्यापार वाणिज्य और अन्य कारोबार में लाभ होगा और कभी कभी कोई बाधा आ सकती हैं l आपका खर्चों में वृद्धि होगी l सोच विचार करें कार्य करने से आपको लाभ होगा l। मिथुन राशि:- मिथुन राशि वालों के नवम भाव में चन्द्र ग्रहण घटती होने वाला है l पिता जी की स्वास्थ्य अच्छा नहीं है बीमारी बढ़ जाएगी और ध्यान रखना चाहिए l धार्मिक स्थानों की यात्राओं का आयोजन करना चाहिए l घर परिवार में संपत्ति वादविवाद हो सकता है l कोई आपका अपमान की संभावना है और ध्यान रखना चाहिए l। कर्क राशि:- कर्क राशि वालों के अष्टम भाव में चन्द्र ग्रहण घटती होने वाला है l बीमारी से बचने की आवश्यकता है l घर परिवार में सुख और शांति रहेगी l व्यापार वर्ग को साझेदारी से मतभेद होने पर घाटा होने की संभावना है l कार्य क्षेत्र में उतार चढ़ावा दिखाई दे रहे है l कर्क राशि के स्वामी पर ग्रहण घटती हो रहा हैं और स्वामी जी कष्ट में प्रजा को कष्ट उठाना पड़ जाता हैं l भगवान श्री शिव जी प्रार्थना करे और पूजा पाठ करना चाहिए l
सिंह राशि :- सिंह राशि वालों जातकों के लिए यह ध्यान रखना आवश्यक है कि चंद्रमा और राहु तथा सूर्य और केतु के साथ होने से पति-पत्नी को चोट लगने की संभावना है। किसी पर दोषारोपण करके उसका अपमान न करें, ईश्वर सब अच्छा करेगा। घर परिवार में सुख और शांति रहेगी l व्यापार वर्ग को साझेदारी से बचाने की जरूरत है और चोरी होना, घाटा होने की संभावना है l विचारों में मतभेद हो सकता हैं और इस बात को लेकर वादविवाद भी हो सकता हैं l हर सोमवार शिव मंदिर में जाना चाहिए और कच्चे दूध में काले तिल से शिव जी पूजा करने से लाभ होगा l। कन्या राशि:- कन्या राशि वालों को सुख और समृद्धि आने वाली हैं l धन लाभ होगा और नए कारोबार करने का अवसर मिलेगा l सन्तान पक्ष से खुशी मिलेगी और घर परिवार में खुशियों से भर जा सकता हैं लेकिन कभी कभी पैतृक संपत्ति पाने में सहायता मिलेगी l मंगल और दंगल में काम करने वाला है और परेशानी हो सकती हैं l
तुला राशि:- इस राशि के जातकों को सोच-समझकर काम लेना होगा। समय के अनुसार ईश्वर का ध्यान करें। पंचम भाव में चन्द्र ग्रहण घटती होने वाला है और सन्तान पक्ष से खुशी मिलेगी और घर परिवार में सुख और शांति रहेगी l सन्तान पक्ष को मानसिक तनाव होने वाला है और इस समय ध्यान रखना चाहिए l स्वास्थ्य कुछ गड़बड़ी रहेगी और अचानक से खर्चों में वृद्धि होगी और परेशानी का सामना करना पड़ सकता है l अधिक चिन्ता करने से लाभ कम हो सकता है l। वृश्चिक राशि:- वृश्चिक राशि वालों जातकों को चौथे स्थान पर चन्द्र ग्रहण घटती होने वाला है l आपके घर परिवार में सुख कम होने वाला है अशांति बन सकती हैं और हमेशा शिव जी प्रार्थना करे कि आप सभी व्यक्तियों को मनोबल बढ़ाने में मदद कर सकता हैं l राहु की वजह से अचानक से बदलाव आ रहा हैं जो आप सभी को आगे बढ़ाने में मदद कर सकता हैं और व्यापारी वर्ग को साझेदारी से मतभेद हो सकते हैं l
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